- राजस्थान में बसपा के 6 विधायक कांग्रेस में हो गए थे शामिल
- बसपा बोली- कांग्रेस ने राजस्थान में पार्टी विधायकों को तोड़ा था
कांग्रेस महाराष्ट्र मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है. महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम को लेकर सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सवाल पूछने से इनकार कर दिया और इसके बाद सदन में काफी हंगामा हुआ.
मंगलवार को भी कांग्रेस ने संसद में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम का बहिष्कार किया. यूपी विधानसभा के विशेष सत्र का कांग्रेस विधायकों ने बहिष्कार किया. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की है और इसीलिए वह अपना विरोध जता रही है.
कांग्रेस को नसीहत
वहीं बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के सांसद मलूक नागर ने कांग्रेस के इस रवैये पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को महाराष्ट्र के मुद्दे पर दिक्कत हो रही है. इसीलिए उन्हें बार-बार सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ रहा है. लेकिन उनको शायद याद नहीं है कि राजस्थान में सहयोगी पार्टी होने के बावजूद बीएसपी के सभी विधायकों को उन्होंने तोड़ लिया था, तब उन्हें संविधान की याद नहीं आ रही थी.
क्या है मामला
असल में, कांग्रेस ने राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका दिया था. राज्य में बसपा के सभी 6 विधायक कुछ दिन पहले कांग्रेस में शामिल हो गए. इस तरह अशोक गहलोत सरकार को राजस्थान में पूर्ण बहुमत हासिल हो गया. कांग्रेस के पास अब 106 विधायक हो गए हैं. लेकिन इस मुद्दे को लेकर उस समय बसपा ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी. इसी मुद्दे की तरफ इशारा करते हुए बसपा सांसद मलूक नागर ने कांग्रेस पर निशाना साधा.